मंगलवार, 18 अगस्त 2009

ये किसने सोचा था...

ये किसने सोचा था
कमबख्त ये दिल तुम पर आएगा
हम तो बेफिक्र थे
कि तुमसे और प्यार हमें
कतई नहीं होगा
लेकिन वक्त का तकाजा तो देख
प्यार हुआ तो तुम्हीं से
ये किसने सोचा था
अब से लबों पर
सिर्फ तेरा ही नाम आएगा

7 टिप्‍पणियां:

श्यामल सुमन ने कहा…

वक्त का तकाजा ही सही किसी का नाम तो लबों पे आ तो गया। सुन्दर भाव।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com

MUMBAI TIGER मुम्बई टाईगर ने कहा…

सुन्दर******

ओम आर्य ने कहा…

bahut hi sundar bhaaw hai ....aisa hi hota manaw jiwan pyaar dene ka nam hai manaw man pyar se khali nahi rah sakata ..........atisundar

vikram7 ने कहा…

ये किसने सोचा था
अब से लबों पर
सिर्फ तेरा ही नाम आएगा
अति सुन्दर भाव

नवनीत नीरव ने कहा…

kya khoobsurat abhivyakti hai aapki.bahut pasand aayi

Anjelanima_एंजेला एनिमा ने कहा…

आप सभी इसी तरह मार्गदर्शन करते रहें..

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' ने कहा…

रचना बहुत अच्छी लगी....बहुत बहुत बधाई....