सोमवार, 2 अप्रैल 2012

जिंदगी के सफर में

( मैं आज कुछ चीजों को लेकर परेशान हूं...किसी भी चीज में मन नहीं कर रहा है...तो सोचा मेरे दिल का बोझ कुछ हल्का कर लूं )

जिंदगी के सफर में
कुछ राहें हैं अनजान
डर लगता है
कहीं कुछ हो न जाए
सफर तो तय करना है
चाहे जो कुछ भी हो अंजाम
मंजिल है मेरी
इस रास्ते के अंतिम मोड़ पर
लिया खुदा का नाम
और निकल पड़े
अजनबी डगर  पर
चाहे जो कुछ भी हो अंजाम
सुनसान सड़क पर
मेरे सिवा सिर्फ थी मेरी परछाई
पर हिम्मत न खोई मैंने
लिया खुदा का नाम
चाहे जो कुछ भी हो अंजाम.....

(अभी ये सफर अधूरा है..जब पूरा हो जाए.. तब अंजाम के बारे में लिखूंगी )

2 टिप्‍पणियां:

Mithilesh dubey ने कहा…

हिम्मत और हौसला साथ रखिये .

Anjelanima_एंजेला एनिमा ने कहा…

शुक्रिया...मिथिलेश जी